Wednesday 6 February 2013

बसंती रंग झूम-झूम जाथे...



बगिया म आगे हे बहार, बसंती रंग झूम-झूम जाथे
पुरवइया छेड़ देहे फाग, मन के मिलौना ल बलाथे

मउहा ममहाथे अउ तीर म बलाथे
मंद सहीं नशा म मन ल मताथे
संग म सजन के सोर करवाथे....बसंती रंग....

परसा दहक गे हे नंदिया कछार
झुंझकुर ले झांकत हे मुड़ी उघार
लाली-लाली आगी कस जनाथे... बसंती रंग....

अमरइया अइसन कभू नइ सुहाय
उल्हवा पाना संग मउर ममहाय
कोइली तब मया गीत गाथे... बसंती रंग...

लाली-लाली लुगरा के छींट घलो लाल
राजा बसंत जइसे छींच दे हे गुलाल
अब तो तरी ऊपर लाले-लाल जनाथे... बसंती रंग...

सुशील भोले
41-191, कस्टम कालोनी के सामने,
डॉ. बघेल गली, संजय नगर (टिकरापारा)
रायपुर (छ.ग.) मोबा. नं. 098269 92811
sushilbhole2@gmail.com

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