Monday 25 November 2013

अमृत महोत्सव.....

छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार, पर्यावरण विद् और संस्कृति मर्मज्ञ डॉ. दशरथ लाल निषाद *विद्रोही* के पचहत्तरवें जन्म दिवस को संगम साहित्य समिति, मगरलोड द्वारा *अमृत महोत्सव* के रूप में मनाया गया।
साहित्यकार सुशील भोले के मुख्यआतिथ्य एवं डुमन लाल धु्रव की अध्यक्षता में रविवार 24 नवंबर को संगम भवन, मगरलोड में आयोजित इस गरिमामय कार्यक्रम में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में पहुंचे साहित्यकार, बुद्धिजीवी एवं समाजसेवी उपस्थित थे। मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए सुशील भोले ने संस्था के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि *विद्रोही* जी की कृतियों को आधुनिक तकनालाजी के माध्यम से संरक्षित किया जाना चाहिए, ताकि उनमें संग्रहित मौलिक एवं बहुमूल्य ज्ञान को आने वाली पीढ़ी के साथ ही साथ पूरी दुनिया के लिए  सुरक्षित रखा जा सके।
इस अवसर पर *विद्रोही* जी की 29 वीं कृति *साहिल* का विमोचन भी किया गया, तथा उन्हें उनकी ही साहित्यिक कृतियों से तौला गया।
संस्था के अध्यक्ष जे. आर. साहू, सचिव पुनूराम साहू राज, भोलाराम सिन्हा, वीरेन्द्र सरल, आत्माराम साहू, ललित पटेल, रमेश ठाकुर, अधमरहा जी, सोनवानी जी सहित समिति के सभी सदस्यों ने आमंत्रित अतिथियों के साथ *विद्रोही* जी का शाल, श्रीफल, प्रशस्ति-पत्र एवं पुष्प गुच्छ के साथ अभिनंदन किया एवं उनकी दीर्घायु के लिए कामना की। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रसिद्ध हास्य कवि वीरेन्द्र सरल ने किया।




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