Wednesday 1 January 2014

नवा बछर जब आथे....













नव-दुल्हिन कस सज-संवर के नवा-बछर जब आथे
जिनगी ल रसदार करे बर, नव-रस ल बरसाथे....

ठुडग़ा पेंड़ म जइसे बरसा, लाथे उल्हवा-केंवची पान
इही किसम के नवा-किरन ह जिनगी म लाथे नवा-बिहान
तब करू-कस्सा ह बिसराथे, अउ गुरतुर सबो जनाथे...
नवा-बछर जब आथे.....

सुशील भोले
संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 080853-05931, 098269-92811
ईमेल - sushilbhole2@gmail.com

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