Monday 17 February 2014

तांदुला जलाशय पर एक शाम....

छत्तीसगढ़ की बड़ी और प्रसिद्ध नदियों में शामिल तांदुला एवं सूखा नदी के संगम पर बने बांध तांदुला पर एक शाम....
ज्ञात रहे जिला बालोद में स्थित तांदुला जलाशय को बनने में कुल पंद्रह वर्ष लगे थे। सन 1905 में इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था, जो 1920 में पूर्ण हुआ था। जिला मुख्यालय बालोद से तीन कि.मी. की दूरी पर स्थित तांदुला जलाशय में ब्रिटिश कालीन इंजीनियरिंग का नमूना देखने को मिलता है। आज भी ब्रिटिश कालीन उपकरण वैसे ही काम कर रहे हैं, जैसा वे अपने लगने के समय पर करते रहे होंगे। आज के देसी इंजीनियरों के कारनामों को सुनकर सहसा उन पुराने दिनों की याद ताजा हो जाती है, जब दुश्मनों के कार्य भी विश्वसनीय और सरहनीय हुआ करते थे।
चित्र में मैं सुशील भोले और साथ में गुंडरदेही के अधिवक्ता राजेश सोनी जी...



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