Saturday 8 November 2014

कब होबो सजोर...












सुन संगी मोर, कब होबो सजोर
आंखी ले झांकत हे, आंसू के लोर....
काला अच्छे दिन कहिथें, मन मोर गुनथे
तिड़ी-बिड़ी जिनगी ल, मोती कस चुनथे
किस्मत गरियार होगे, ते लेगे कोनो चोर.....
सरकार तो देथे, आनी-बानी के काम
बीच म कर देथे फेर, कोन हमला बेकाम
मुंह के कौंरा नंगाथे, देथे कनिहा ल टोर....
रंग-रंग के गोठ होथे, रंग-रंग के बोल
आगे सुराज कहिके, पीटत रहिथें ढोल
फेर बरही दीया सुख के, कब होही अंजोर...
सुशील भोले 
म.नं. 54-191, डॉ. बघेल गली,
संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 080853-05931, 098269-92811
ईमेल - sushilbhole2@gmail.com

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