Friday 1 May 2015

मानवता की सेवा....


















तेरा दर्शन तेरा अर्चन, किसका तू नाम लेवा
मेरा तो बस एक ही दर्शन मानवता की सेवा...

तू कहता है धर्म बचाने उठाएं चलो हथियार
निर्बल पर शासन करें, और बनायें लाचार
मेरा धर्म तो यह कहता है इनको ही मानो देवा...

ऊंंच-नीच और जाति-भेद, गौरव होगा तेरा
नारी को बुर्खा में बांधना मजहब होगा तेरा
मेरा गौरव समता में, सब मिलकर करें कलेवा...

तू महलों में बैठा हो या मजहब के आसन पर
तेरा कब्जा हो चाहे, दुनिया भर के राशन पर
मेरा तो बस श्रम का आसरा इसमें ही मेरा मेवा...

सुशील भोले 
म.नं. 54-191, डॉ. बघेल गली,
संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 080853-05931, 098269-92811
ईमेल -  sushilbhole2@gmail.com

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