Wednesday 29 July 2015

कलाम तुझे सलाम...

(दैनिक नवप्रदेश में कलाम साहब को संबोधित मेरी कविता...)


















हमारी पीढ़ी ने
गाँधी और सुभाष तो
नहीं देखा है
लेकिन
कलाम जरूर देखा है
वो कलाम
जो किसी भी ऊँचाई से ऊँचा है
उस
नन्हे कद के
ऊँचे व्यक्ति को
अंतिम सलाम....

...सुशील भोले...


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