Wednesday 13 January 2016

गीता के ज्ञान के अनुसार....

* दुश्मनों के साथ खड़े होने वाले चाचा, मामा, भाई या पितामह नहीं, सिर्फ दुश्मन ही होते हैं, तो राष्ट्रीयता के नाम पर क्षेत्रिय उपेक्षा का खेल खेलने वालों के साथ खड़े होने वाले भी दुश्मन ही हुए। इसलिए जरूरी है कि ऐसे दुश्मनों का भी संहार करें, जिनकी आड़ में बाहरी कहे जाने वाले यहां तांडव कर रहे हैं।
अब छत्तीसगढ़ में संकरनस्ल के नहीं, आरुग छत्तीसगढिय़ों की सरकार बनाएं...

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* जब तक दुनिया के हर क्षेत्र के मूल निवासियों के अधिकारों एवं उनकी अस्मिता की रक्षा नहीं की जाएगी, तब तक दुनिया में कभी भी शांति और खुशहाली नहीं आएगी।

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* अपने अधिकार और अस्मिता की रक्षा के लिए लड़ा जाने वाला हर युद्ध, धर्मयुद्ध है।

सुशील भोले
मो. 098269-92811, 080853-05

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