Thursday 19 May 2016

तुतारी // पानी नहीं त बिहाव नहीं..

ग्वालियर के कैथा गाँव के लोगन पानी के संगे-संग सुवारी खातिर घलो हलाकान हें। गाँव के जम्मो पानी के सोत सूखागे हवय। ये ह ये गाँव के हर साल के रोना आय। गरमी म लोगन चिथिया जथें, जीव-जंतु हलाकान हो जाथें।  एकरे सेती ए गाँव के छोकरा मनला दूसर गाँव के लोगन बिहाव खातिर छोकरी नइ देवंय। गाँव म कुंवारा मन के संख्या दिन के दिन बाढ़त जावत हे। अभी तक दुब्बर बर दू असाढ़ सुने रेहेन, फेर अब कहे बर परही- सुक्खा म सुख के संकट।

सुशील भोले
9826992811, 8085305931

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