महात्मा कबीर दास जी कहे हें- जात न पूछो साधु की। फेर कबीर दास के चेला मन अतलंग करत हें। रोज बपरा जोगी-बैरागी के जात पूछत हें। कभू राज्यपाल ल ज्ञापन देथें, त कभू मीडिया ल किसम-किसम के प्रमाण पत्र देखावत रहिथें। जुन्ना मुखिया तो एला अपन स्तर के नइ मानय, एकरे सेती वो कोनो किसम के जुवाब नइ देवंय। फेर भूतपूर्व के अभूतपूर्व लइका भारी डिंगराहा हे। पार्टी मुखिया ल रोज हुदर देथे। नवा-नवा बयान देथे। बहस करे के चुनौती देथे। त पार्टी मुखिया घलो कहि देथे- तोरो लइका मोर स्तर के नइए त जुवाब कइसे देवंव? कुल मिला के न कोनो जुवाब देवय, न कोनो जात-पात के सोर-खबर मिलय।
सुशील भोले
मो. 98269-92811, 80853-05931
सुशील भोले
मो. 98269-92811, 80853-05931
No comments:
Post a Comment