Friday 16 September 2016

झमकत आही उजराई ...












बारी-बखरी घर-अंगना म राखव साफ-सफाई
गांव-गली मन दिखही तब सुघ्घर चक-सुघराई
तरिया पार अउ भांठा घलो रइही सुघ्घर-उज्जर
जब शौचालय बनही घर म झमकत आही उजराई

* सुशील भोले
मो. 98269 92811, 80853 05931

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