Sunday 13 May 2018

घर-बाहिर दूनोंच के जिम्मा..























घर-बाहिर दूनोंच के जिम्मा अब बेटी के होथे
दाई-ददा दूनों के आसरा वोकरे खांध संवरथे
अब घर के खातिर बेटा जरूरी हे कोन कहिथे
जब सरग निसैनी बन बेटी चतवारे रद्दा बनथे

-सुशील भोले
संजय नगर, रायपुर
मो/व्हा. 9826992811

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